Thursday 30 August 2018

जरूरत

"सुन्दर" सी एक "सूरत" हो "तुम",
"सादगी" की एक "मूरत" हो "तुम"...

"सोचते" हैं, इतना तुम्हें ना "देखा" करें,
मगर "ज़िन्दगी" की "ज़रूरत" हो "तुम"....

Friday 16 June 2017

अक्सर कुछ लिखता मिटाता रहता हूँ मैं, हा एक नाम छूपाता रहता हूँ मै !

कोई प्यार से जरा सी फुंक मार दे, तो बुझ जाऊं..!!!😌 नफरत से तो तुफान भी... हार गए मुझे बुझाने में ।।😎 



जिंदगी भले छोटी दे देना ऐ खुदा, मगर देना ऐसी... कि मुद्दतों तक लोगो के दिलों मे जिंदा रहे.
कामयाबी ए सफ़र मे धूप बड़ी काम आई,


छांव अगर होती तो सो गये होते.